सूर्यकान्ता व्यास (पूर्व सदस्या राजस्थान विधानसभा सूरसागर क्षेत्र,जोधपुर)!!
अत्यन्त हर्ष का विषय है कि भगवान महावीर विकलांग समिति
(महिला प्रकोष्ठ) ‘‘सम्बल’’ जोधपुर के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत
जयन्ती समारोह में स्मारिका का प्रकाशन किया जा रहा है।>
जैन समाज के लोगों का सामाजिक सरोकारों में दान के माध्यम से
योगदान अर्वाचीन है, जैन समाज में अर्जित धन की यथार्थता दान में ही
समझी जाती है। इन सभी संस्कारों का मजबूत आधार उनका त्याग
आधारित धर्म है। सुशीला बोहरा के नेतृत्व में सम्बल संस्था ने दिव्यांग
मानवों के जीवन में नया प्रकाश किया है। ऐसे ठोस सेवा कार्यों का
लगातार 25 वर्ष तक निरन्तर बढ़ते कार्य क्षेत्र के साथ निर्वहन बहुत ही
विलक्षण उदाहरण है।
परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना है कि सुशीला जी बोहरा के नेतृत्व
में सम्बल संस्थान की टीम महिलाओं की सेवा का कार्य शिव भाव से
करें और इसके प्रतिफल में दिव्य आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त करे। मैं
स्मारिका के सफल और उद्देश्यपूर्ण प्रकाशन हेतु अपनी हार्दिक
शुभकामनाएं प्रेषित कर रही हूँ।