जागरुकता कार्यक्रमों का संचालन एवं भागीदारी !!
उम्मेद अस्पताल जोधपुर में प्रसव के दौरान 18 महिलाओं की मृत्यु हो जाने पर पीड़ित परिवारों में प्रशासन के प्रति आक्रोश होने पर संस्था प्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवारों से संपर्क किया। उनके सहयोग हेतु श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति, विकल्प संस्था, मीरा संस्थान आदि के कार्यकत्र्ताओं व समूह सहयोगी महिलाओं ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर रैली का आयोजन किया गया। इसी प्रकार बाल-विवाह, भ्रूण हत्या के लिए भी समूहों की बैठकों में समय-समय पर चर्चा की जाती है तथा नारे, लेखन आदि जागरूकता के कार्य किये जाते हैं।
जन स्वास्थ्य अभियान्त्रिकी विभाग, नाबार्ड, आई.ई.सी., जिला उद्योग केन्द्र, कट्स, आर.एस.एल.डी.सी., आर.के.सी.एल. एवं ग्रामीण विज्ञान विकास समिति आदि विभिन्न संस्थाओं एवं विभिन्न विभागों तथा जन दानदाताओं के सहयोग से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस हेतु अन्य स्त्रोतों से प्राप्त धन का उपयोग महिलाओं के सशक्तिकरण एवं स्वरोजगार हेतु किया जाता है। उन्हें उनकी इच्छानुसार कम्प्यूटर, सिलाई मशीन, कशीदा मशीन, आटे की बिजली की चक्की, सब्जी फल की दुकान, (ढाबा) खाना बनाने की दुकान का सामान, चाय बनाने की दुकान का सामान, मणिहारी, रेडीमेड क्लोथ स्टोर, फैन्सी स्टोर, जनरल स्टोर, स्टील के बर्तन की दुकान ब्यूटी पार्लर, दूध के व्यवसाय हेतु गाय आदि विविध रोजगार प्रदान कर स्वतन्त्र रूप से छोटे व्यवसाय करने का सुअवसर महिलाओं को प्रदान किया जाता है। इस प्रकार सम्बल संस्थान महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए तथा उनसे जुड़े मुद्दों पर कार्य करती है। इन स्वरोजगार कार्यक्रमों में गांवों में महिलाओं की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है। पैसे में स्वयं में ताकत है। इसका उपार्जन महिलाओं द्वारा स्वयं करने से घर में उनकी स्थिति, मान-सम्मान एवं प्रतिष्ठा में सुधार हुआ है, बच्चे पढ़ने लगे हैं, कुछ महिलाओं के मकान बन गए हैं, उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है एवं जननी सुरक्षा योजना का लाभ मिलने लगा है।
आईये, आप दानदाता और हम मिलकर महिलाओं के सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता एवं आत्म सम्मान के लिए कुछ कर सकें। अपनी क्षमता और सद्भावना से महिलाओं के स्वरोजगार हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान कर इस पुनीत कार्य में अपनी भागीदारी करें।